विधि सेवा एवं सामाजिक उत्थान समिति द्वारा तीसरा वेबिनार “मानसिक स्वास्थ्य का अधिकार: एक बढ़ता हुआ मानव अधिकार न्यायशास्त्र” के विषय पर आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यवक्ता के तोर पर कु. स्वेथा दत्त, सह संस्थापक, प्राण फाऊंडेशन, कु. स्पन्दना कोम्मुरि, वरिष्ठ परामर्शदाता, प्राण फाऊंडेशन और कु. नीमरत कौर, सहेयक प्रोफेसर, ग्राफिक ऐरा हिल विश्वविद्यालय मौजूद रहे। कार्यक्रम में कुल 100 प्रतिभागियों नें हिस्सा लिया और प्रवक्ताओं को सुना। वेबिनार का केंद्र बिंदु रहा: कैसे मनुष्य मानसिक तनाव से झूझ रहा है और केसे मनुष्य इस मानसिक तनाव से लड़ सकते है ओर इससे होने वाले नुकसान से अपने आप को तथा अपने परिजनो को बचा सकते है। अगर देखा जाए तो शरीर के घाव को आसानी से ठीक किया जा सकता है परंतु दुसरी ओर मानसिक तनाव से हुए घाव को मनुष्य नज़रअंदाज कर देता है ओर फिर उससे होने वाले नुक्सान को नही रोक पाता। मुख्यवक्ता द्वारा यह भी सुझाव दिया गया कि अगर कोई व्यक्ति मानसिक तनाव या मानसिक तोर पर होने वाली परेशानियो से झूझ रहा है तो उसे किसी सलाहकार से सलाह लेनी चाहिए ओर मानसिक तनाव से लड़ना चाहिए। इसके अलावा कु. नीमरत कौर जी के द्वारा अपने मन पर नियन्त्रण रखने के लिए कुछ समय हमें ध्यान करने की सलाह दी और कार्यक्रम के चलते 15 मिनट सभी प्रतिभागियों को ध्यान करने हेतू प्रेरित किया उनके द्वारा बताया गया कि ध्यान करने से हम अपने मन और दिमाग दोनो पर नियन्त्रण रख सकते है और दिमाग में बुरे ख्याल को उत्पन होने से भी रोक सकते है। इसके अलावा प्रतिभागियों की समस्याओं को सुना तथा मुख्यवक्ता द्वारा उनका विवरण भी किया गया। कार्यक्रम का मध्यस्थ श्री दिव्यांशु नौटियाल जी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष मोहम्मद राशिद अली, उपाध्यक्ष मोनिका नेगी, सचिव दिव्यांशु नौटियाल, कोषाध्यक्ष मोहम्मद तासीर अली, राधिका धस्माना, तय्यबा प्रवीन, आशुतोष लाम्बा, फरहाद अंसारी, जागृति जोशी, मोहम्मदी, शीबा अंसारी आदि मौजूद रहे।