विधि सेवा एवं सामाजिक उत्थान समिति के द्वारा दिनांक 26 जून 2022 को “वर्तमान पुलिस कानून: समसामयिक मुद्दे और चुनौतियाँ” पर द्वितीय राष्ट्रीय वर्चुअल सम्मेलन का आयोजन कराया गया जिसमें माननीय डॉक्टर न्यायमूर्ति श्री राजेश टंडन जी ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की और सभा को संबोधित करा। कार्यक्रम की शुरुवात अधिवक्ता श्री दिव्यांशु नौटियाल, सचिव, विधि सेवा एवं सामाजिक उत्थान समिति ने समिति का परिचय देते हुए सभी का कार्यक्रम में स्वागत किया। इसके उपरांत न्यायमूर्ति श्री राजेश टंडन जी ने अपनी बात रखते हुए पुलिस संबंधित कानूनों का वर्णन कर उनकी जानकारी दी। इस पश्चात सम्मेलन की प्रथम वक्ता डॉक्टर प्रिया सेपहा, डीन, ओरिएंटल कॉलेज ऑफ लॉ, इंदौर, ने पुलिस कमीशनरी व्यवस्था पर प्रकाश डालते हुए सभा को इस व्यवस्था कि जानकारी दी। कार्यक्रम की द्वितीय वक्ता डॉक्टर देबराती हल्दर जी ने साइबर पोलिसिंग पर प्रकाश डालते हुए सभा को इससे जुड़े पहलुओं से अवगत कराया। कार्यक्रम की तृतीय वक्ता प्रीति वत्स जी ने मानवाधिकार पर प्रकाश डालते हुए सभा को पुलिस का मानवाधिकारों की रक्षा करने में अहम भूमिका दर्शाते हुए संबोधित किया। कार्यक्रम की चतुर्थ वक्ता डॉक्टर अन्नु बहल मेहरा जी, डेप्युटी डीन, महर्षि स्कूल ऑफ लॉ, एम०यू०आई०टी०, ने पुलिस कानूनों को कानूनी सेवा से जोड़ते हुए सभा को संबोधित कर सभा के समक्ष अपने विचार प्रकट किए। कार्यक्रम में पांचवे वक्ता श्री बैद्य नाथ मुखर्जी, सहायक प्रोफेसर नोएडा इंटरनेशनल विश्वविद्यालय ने भूतपूर्व से लेकर वर्तमान तक जितने भी पुलिस कानून में परिवर्तन किए गए उसकी जानकारी दी। और अंत में अधिवक्ता प्रेम सिंह बिष्ट जी, पूर्व आई पी एस जी ने पुलिस रिफॉर्म्स पर अपने लेख को सभी अतिथिगण के समक्ष प्रस्तुत किया। कार्यक्रम को समापन कि ओर लेके जाते हुए अंत में समिति के अध्यक्ष अधिवक्ता श्री मोहम्मद राशिद अली ने सभिका धन्यवाद कर संपन्न किया। कुमारी तायाब्बा परवीन, सदस्य, विधि सेवा एवं सामाजिक उत्थान समिति, ने कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम में उपाध्यक्ष कुमारी मोनिका नेगी, कोषाध्यक्ष मौहम्मद तासीर अली, कार्यकारिणी सदस्य राधिका धस्माना, आशुतोष लांबा, आदि मौजूद रहे।